डर पर काबू कैसे करे

Kunal Kumar
4 min readDec 22, 2021

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डर है क्या जिसका इलाज संसार में किसी के पास नहीं है सिवाय उसके जिसे स्वंय डर लगता है डर मनोविज्ञान होता है जिसके बहुत सारे रूप होते हैं चिंता, तनाव, उलझन ये सब नकारात्मक भाव हमारे मन की ही उपज है जो हमे सदा डरा कर रखती है डर सदा के लिए सफलता की दुश्मन बनी है डर अक्सर लोगों की जिंदगी को छोटा कर देती जब आप इस डर से कही न कही बाहर आना चाहते हैं तो ये डर आपके आत्मविश्वास को कमजोर करता है बिल्कुल अनिश्चिता का माहौल बनता है डर एक शक्तिशाली भावना है जो लोगों को कुछ न कुछ हासिल करने से रोकता है डर से डरने के लिए हमें समझना होगा की इसे केवल आत्मविश्वास की ताकत से ही हरा सकते हैं क्योंकि जिन्होंने जीवन में चिंता को जीत लिया वही ब्रेफिक रहते हैं और आत्मविश्वास एकाएक हासिल नहीं होती है बल्कि उसे हम धीरे -धीरे करके अपने जीवन में सफलता हासिल कर सकते हैं जब आप डर पर काबू कर लेते हैं तो आप की बिल्कुल परवाह नहीं होती की हवा आपके विरूद्ध ही क्यो ना बह रही हो आप उस पर अवश्य विजय प्राप्त कर लेगें

जब आप डर पर काबू कर लेते हैं तो आप की बिल्कुल परवाह नहीं होती की हवा आपके विरूद्ध ही क्यो ना बह रही हो आप उस पर अवश्य विजय प्राप्त कर लेगें जीवन में जब आप बुरे दौर से गुजरते हैं तो अधिकांश लोग आप की परवाह नहीं करते हैं और ऐसे में आपका डर आप पर और भी तेजी से हावी हो जाता है और जब आप अपने उस बुरे दौर को अच्छे दौर में बनाने के लिए लगातार कार्य करते हैं तो डर अपने आप धीरे- धीरे आपके जीवन से गायब होने लगता है जब हम ये सोचते हैं की शायद सब कुछ दिनों में ठीक हो जाएगा और हम कुछ दिनों तक सब कुछ ठीक होने का इंतजार करते हैं अगर हम ठीक इसके विपरीत उन कुछ दिनों में दिल से खुद प्रयास करते हैं सब ठीक करने का तो हो सकता है कुछ दिनों की तुलना में ये पहले ही ठीक हो जाए

भय एक मानसिक दवाब है जो हमारे मन और शरीर को क्रियाविहीन कर देती है हर समय हम आशंकित रहते हैं क्या होगा आगे ये सोचकर भय एक भ्रमजाल के समान है जब हम जितना अधिक सोचेंगे उतना ही अधिक इस भ्रमजाल में फंसते चले जाएंगे भय से मुक्ति केवल सकारात्मक विचार ही दिला सकती है जितना हम सकारात्मक सोच की ओर अग्रसर होंगे उतना हम भय के भम्रजाल से मुक्त होते जाएंगे और एक दिन ऐसा भी आयेगा जब भय का भ्रमजाल पूरे तरीके से हम पर बेअसर होगा डर एक भम्र है वो तब तक ही काम करती है जब तक हम उस भम्र में फंसे रहते और जब हम इस भम्र को तोड़ देते हैं तो ऐसा लगता है कि हम बेवजह ही भयभीत थे डर तब तक हम पर हावी है जब तक हम उसे खुद पर हावी होने देते हैं और जिस दिन हम ने सोच लिया कि जो होगा देख लेंगे पर प्रयास जरूर करेंगे तो सफलता मिल कर ही रहेगी क्योंकि जुनून और जज्बा ही हमसे ऐसे कार्य करवा लेता है जो हम सोचते भी नहीं हर महान कार्य और अविष्कार तभी हुए हैं जब परिस्थिति एकदम विपरीत थी

सब का यही मानना था ये असंभव है फिर कुछ समय के बाद उन्हीं लोगों का मानना था हां ये संभव था हमने ही गलत अनुमान लगाया उड़ान सदैव हवा के विरुद्ध ही लगाई जाती है तभी उड़ पाओगे वरना ये कल्पना भी करने से भय लगेगा यही सोच ही आगे का रास्ता तय करती है प्रेरणा खुद से ले और खुद को दे जिसमें आप को अच्छा महसूस हो कार्य करने में आनंद की अनुभूति प्राप्त हो

जीवन में सकारात्मक और नकारात्मक केे अंतर को समझना

  • अच्छे विचारों से हम जीवन को एक नयी दिशा दे सकते हैं क्योंकि एक अच्छा विचार जीवन की परेशानियों से मुक्ति का तोड़ होता है जिसपर चलकर हम जीवन के सुनहरे सफर की शुरुआत करते हैं
  • अच्छे विचार सदैव अपने नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति का द्वार खोलने में सहायता होता है
  • हम सफल इसलिए होते हैं की हम उन महान विचार को केवल सुनते ही नहीं अपितु उसपर अमल भी करते हैं
  • एक सदाचारी मनुष्य की पहचान सदा उसके विचारों से होती है और दुराचारी मनुष्य की पहचान उसके हाव -भाव से
  • अच्छे विचार उन मोतियों की तरह है जिन्हें जितना हम जमा करते जाएंगे हमारा खजाना उतना ही भरता जाएगा और हम पूरी तरह सकारात्मक बन जाएंगे और भय हमारे लिए कोई मायने नहीं रखेगी

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Kunal Kumar

I am a writer, wants to motivate the world through my poems and article.